*कब्र की मिट्टी से हड्डी बनने का दावा,बच्चे को जीवित करने का चल रहा खेल*।
रीवा।जिले हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। सगरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बक्छेरा में अंधविश्वास का अनोखा दृश्य सामने आया है जहां एक मह पहले मृत हुए 4 वर्ष के बच्चे को दोबारा जिंदा करने का दावा किया जा रहा है। इसके लिए सैकड़ों ग्रामीण जन गांव में स्थित कुल देवी के मंदिर में बैठकर पूजा-पाठ कर रहे हैं।

गांव वालों की मानें तो सपने में आकर माता ने कहा कि जिस जगह पर बच्चे को दफनाया गया है, उस कब्र की मिट्टी लेकर आओ। दावा किया जा रहा है कि जब मिट्टी लाई गई तो माता के चरणों में रखने के बाद भी वह मिट्टी फूल में परिवर्तित हो गई तथा बाद में फूल से हड्डी के टुकड़े का रूप ले ली। जिसे टोकरी के अंदर छुपा कर रखा गया है। ये भी दावा किया जा रहा है कि जल्द ही उस हड्डी के टुकड़े में जान आ जाएगी। अब एक महीने पहले डॉक्टरों ने जिस बच्चे को मृत घोषित किया था तथा बाद में उसे दफना दिया गया था, वह जीवित हो जाएगा।
हिंदू मान्यता के अनुसार, पौराणिक कथाओं में भी आपने यह कभी नही पढ़ा और सुना होगा कि मृत शरीर जीवित हो सकता है परंतु जिले में इसे चरितार्थ करने का प्रयास जारी है। इसके लिए कुल देवी के मंदिर में गांव के सैकड़ों लोग एकत्रित होकर 1 मरे हुए बच्चे को जीवित करने का अंधविश्वास का खेल चल रहा है।

आपको बताते चलें कि बीमारी की वजह से एक महीने पूर्व रीवा जिले के गुढ़ थाना अंतर्गत भीटी गांव के रहने वाले आदिवासी परिवार के बच्चे की संजय गांधी अस्पताल में मौत हो गई थी। जिसके बाद बच्चे को गांव में दफना दिया गया था। बाद में परिवारजनों के द्वारा यह दावा किया जाने लगा कि उन्हें देवी माता ने सपने में पुत्र के जीवित होने का वरदान मिला है। जिसके लिए वह बाकायदा सपने में आई हुई माता के कहे अनुसार गांव से 20 किलोमीटर दूर सगरा थाना क्षेत्र के बक्छेरा गांव में स्थित कुलदेवी की उपासना में लग गए।

दावा किया जा रहा है कि देवी माता ने परिवार जनों के सपने में आकर कहा कि जहां पर बच्चे को दफन किया गया है, उस कब्र के शरीर की मिट्टी लाकर कुलदेवी मंदिर में माता की चरणों पर चढ़ा दो। मृत बच्चे के परिवार जनों ने मिट्टी को देवी माता के चरणों में चढ़ा दी है, जिसके बाद उस मिट्टी का फूल में परिवर्तित होने का दावा किया जा रहा है।

परिवार जनों की माने तो जब वह मिट्टी फूल में परिवर्तित हो गई तो उसे लाल वस्त्र में बांधकर वह घर लेकर गए जहां एक दिन के भीतर ही वह फूल हड्डी में परिवर्तित हो गया। इसके बाद सैकड़ों ग्रामीण जन परिवार वालों के साथ मिलकर पूजा पाठ में लग गए। 10 दिनों तक अपने घर में ही पूजा-अर्चना करने के बाद गुरुवार की शाम तमाम ग्रामीण जन एकत्रित होकर बक्छेरा गांव में स्थित कुल देवी के मंदिर में पूजा पाठ करने पहुंच गए जहां पर अब मृत हुए बच्चे को जीवित करने का खेल चल रहा है।
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