Chief Editor

Dharmendra Singh

Office address -: hanuman colony gole ka mandir gwalior (m.p.) Production office-:D304, 3rd floor sector 10 noida Delhi Mobile number-: 9806239561, 9425909162

October 2025
M T W T F S S
 12345
6789101112
13141516171819
20212223242526
2728293031  
October 19, 2025

सच दिखाने की हिम्मत

ब्लॉक ब्यूरो अर्चित चौकीकर


मुलताई प्रभात पट्टन मार्ग पर 10 अगस्त को एक बंद पड़े ढाबे में मिले नेहरू वार्ड निवासी महिला के शव में पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया था विवेचना के बाद पुलिस ने खुलासा किया कि महिला की हत्या उसके पति और देवर ने मिलकर की जिसका कारण महिला का अपने रिश्तेदार के मामा से अवैध सम्बन्ध बताया जा रहा है 5 अगस्त को पति व देवर ने महिला को अपने प्रेमी के साथ आपत्ति जनक हालत अवस्था में बंद ढाबे मे देख लिया था । जिसके बाद प्रेमी से मारपीट कर महिला की हत्या कर दी थी एसडीओपी नम्रता सोंधिया एवम् थाना प्रभारी सुनील लाटा ने बताया कि 4 अगस्त को मृतिका संगीता पति राजेश साहू उम्र लगभग 35 वर्ष को देवर मनोज साहू ने प्रेमी लक्ष्मण साहू से बात करते सुन लिया था जिसके कारण लक्ष्मण साहू से विवाद भी हुआ था इसकी जानकारी उसने अपने भाई व मृतिका के पति राजेश को भी दी 5 अगस्त को मृतिका संगीता बंद ढाबे की चाबी लेकर लक्ष्मण के साथ बाइक पर ढाबे पहुंची जिसे देवर मनोज ने जाते हुए देख लिया था इसके बाद पति राजेश व देवर मनोज ने उसका पिछा कर ढाबे के पास पहुंचे जहां दोनो को आपत्ति जनक हालत में देखकर लक्ष्मण के साथ मारपीट की वही संगीता की गला घोटकर उसकी हत्या कर दी घटना के बाद लक्ष्मण की तबियत खराब होने के कारण लक्ष्मण अस्पताल में भर्ती हुआ जहा उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया 6 अगस्त को मृतिका के पति राजेश साहू ने पुलिस को संगीता के लापता होने का बताते हुए गुमशुदगी दर्ज कराई 10 अगस्त को लक्ष्मण की मौत हो जाने के बाद राजेश व मनोज ने ढाबे पर ताला तोडकर अंदर संगीता का शव होने की सूचना पुलिस को दी जिस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मर्ग कायम किया एवम् मामला विवेचना में लिया पुलिस ने बताया कि विवेचना के दौरान मृतिका के पति राजेश साहू व देवर मनोज साहू से कड़ी पूछताछ की गई जिससे उन्होने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि उसकी पत्नी के अवैध सम्बन्ध के कारण समाज में बहुत बदनामी हो चुकी थी इसलिए हत्या की ।

इस टीम में थाना प्रभारी सुनील लाटा, उपनिरीक्षक उत्तम मस्तकार, अश्विनी चौधरी प्रधान आरक्षक निलेश सोनी, अंकित, आरक्षक मिथिलेश, अविनेश, प्रमोद, रोहित, गोपाल के साथ साइबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक राजेंद्र रघुवंशी, आरक्षक राजेंद्र धाड़से, दीपेंद्र, सैनिक शशि पवार और राहुल शामिल थे। इस टीम ने लगातार प्रयास कर मामले की तह तक पहुंचने में सफलता हासिल कर ली है।