सरिता पाटीदार रिपोर्टर

मनावर :- कुंवारी कन्याओं का संजा माता का त्यौहार एवं प्राचीन सनातन, सांस्कृतिक परंपरा को बनाए रखने के लिए उक्त कार्यक्रम मनावर तहसील में मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी द्वारा किया जा रहा है ।
संजा अश्विन माह में 16 दिन तक चलने वाला त्यौहार कुंवारी लड़कियों का उत्सव है। लड़कियां प्रतिदिन दीवार पर नई-नई आकृतियां बनाती हैं और सायं काल में इकट्ठी होकर गीत गाती है। सांस्कृतिक एवं पारंपरिक त्योहार हर एक उत्सव का अपना एक इतिहास, पौराणिक कथा और मनाने का विशेष महत्व है।
इस देश की संस्कृति कृषि प्रधान है तथा यहां के सांस्कृतिक जड़े बड़ी गहरी है ।हमारे त्योहारों का धार्मिक, संस्कृति एवं आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है ।
त्यौहार एक सांस्कृतिक प्रथा है। लोक पर्व संजा माता को गोबर से दीवार पर बनाया जाता है और उसमें विभिन्न प्रकार की आकृतियां जैसे चांद ,तारा, माता के हाथ,पैर , मुखोटे को सजाया जाता है ।विभिन्न प्रकार के रंगों से माता को रंगा जाता है ।माता का श्रृंगार किया जाता है। घरों के बाहर दीवार पर कुंवारी कन्या संजा माता की तस्वीर बनाती है ।वह पूरे 9 दिनों तक उनकी पूजा-अर्चना करती है ।शाम के वक्त संजा गीत गाया जाता है । विजयादशमी के दिन विजयादशमी के दिन जिस दिन दुर्गा मूर्ति का विसर्जन होता है उस दिन संजा माता की मूर्ति को लोग गांव के आसपास के बने तालाबों में सूचित कर देते हैं।
हमारी संस्कृति -हमारी विरासत ही हमारी पहचान है ।हमें गर्व होना चाहिए ।संजा के लोकगीत को गाकर संजा की आरती कर प्रसाद बांटती है। गीत-” संजा तू थारा घर जा, थारी माई मारेगी कि कुटेगी, चांद गयो गुजरात ” एवम् “संजा माता जीमले” आदि श्रृंगार रस से भरे गीत -भावना और आत्मीयता से लड़कियां गाती है। मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनि प्रांत संयोजिका-ऋत्तु शर्मा ,जिला उपाध्यक्ष पुष्पा पाटीदार, जिला संयोजिका दीपिका सोनी, प्रिया सोनी, शीतल शुक्ला, रेखा मालविया उपस्थित थी।संचालन माधवी सोनी ने किया। आभार पुष्पा पाटीदार ने माना।
More Stories
आष्टी पोलिस निरीक्षक श्री विशाल काळे निगरानी में ट्रॉफीक पुलिस की लोगसेवा में सुरक्षा की अनोखी पहल
नपा ने प्रारंभ किया हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता अभियान नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कर्मचारियों को सौंपे झंडे
ग्राम पंचायत गोलकोट में ₹10400 की बूंदी का घोटाला: ग्राम पंचायत गोलकोट में बड़ा खेल