विशाल भौरासे रिपोर्टर बैतूल
मध्य प्रदेश में आधुनिक एवं वैज्ञानिक भंडारण व्यवस्थाओं के निराकरण
*नकली चावल की फेल रही भ्रांतियों से घबराए नहीं ब्रह्मभट्ट*
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बैतूल।भारतीय खाद्यय निगमभोपाल संभाग के मंडल प्रबंधक लोकेश ब्रह्मभट्ट के बैतूल दौरे के उपरांत भारतीय खाद्य निगम बैतूल परिसर में प्रेस वार्ता आयोजित कर विभिन विषयो पे चर्चा की गई।
मंडल प्रबंधक लोकेश ब्रह्मभट्ट ने बताया कीभारतीय खाद्य निगम की स्थापना खाद्य निगम अधिनियम 1964 के तहत खाद्य नीति के निम्न को पूरा करने के लिए की गई • किसानो के हितों को सुरक्षित रखने के लिए प्रभावी समर्थन मूल्य पर संचालन |
• सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत देशभर खदानों का विवतण
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए खाद्यानों के प्रचालन तथा बफर स्टॉक के संतोशजनक स्तर को बनाए रखना | भारतीय खाद्य निगम ने स्थापना के बाद से ही संकट प्रबंधन उन्मुख खाद्य सुरक्षा को एक स्थिर सुरक्षा प्रणाली में बदलने में भारत की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसी क्रम में भारतीय खाद्य निगम द्वारा वर्तमान में की जा रही कुछ नई पहलों का संशित विवरण इस प्रकार है:-
1. आधुनिक वैज्ञानिक भंडारण सुविधाओं (स्टील साइलो) का निर्माण)
2. एफसीआई के सभी डिपो लाइव स्ट्रीमिंग सुविधा के साथ सीसीटीवी कैमरों से लैस है।
3.
एफसीआई ने कार्यालीन कार्यों हेतु ई-ऑफिस को अपनाया है और जिसके तहत एफसीआई के अधिक
कार्यालीन कार्यों बहुत जल्द कागज रहित हो जायेंगे।
4. एफसीआई द्वारा सभी खरीद GEM के माध्यम से की जाती है।
5. भारत सरकार ने राज्य में पीडीएस प्राणली के माध्यम से फोर्टिफाइड चावल बाटने का नियम लागू किया है।
प्लास्टिक चावल की भ्रांतियों से घबराए नही।उसकी वास्तविकता को जानना बहुत आवश्यक है
प्लास्टिक के चावल की भ्रांति फैली हुई थी लोगों के मन में यह प्रश्न थे की नकली चावल चाइना से आ रहा हैश्री ब्रह्मभट्ट ने बताया कि यह चावल फोटीफाइड राइस भारत सरकार की योजना के अनुसार तीन नुट्रीन सप्लिमेंट 1%चावल फोलिक एसिड,आयरन ,और विटमिन B,12 को मिला कर फोटीफाइट राइस तैयार किया जाता है। जिससे की ये सप्लीमेंट्स भोजन के माध्यम से किशोरियो, महिलाओं बच्चो तक पहुच सके। जिससे की कोई भी कुपोषण का सिकार ना हो पाये ।
आधुनिक वैज्ञानिक भंडारण सुविधाओं स्टील साइलो का निर्माण
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भंडारण सुविधाओं उन्नयन और आधुनिकीकरण के लिए भारत सरकार ने देश में सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड पर स्टील साइलों के निर्माण के लिए कार्ययोजना तैयार की है। बड़ी मात्रा में हैंडलिंग सुविधा के साथ ही स्टील साइलो भंडारण खान के कारण का आधुनिक एवं मशीनीकृत व्यवस्था है। यह खाद्यान्नों के बेहतर संरक्षण को सुनिश्चित करता है, और इसके शेल्फ लाइफ को बढ़ा है। यदि खात्री को साइलो में संग्रहित किया जाता है और बिना बोरोन में भरे हुए (लोक) मात्रा में परिवाहन किया जाता है तो, पारंपरिक गोदामों में बैन
खाद्या भंडारण की तुलना में चोरी और परिवहन के कारण नुकसान नगण्य होगा। खाद्यानों के भंडारण को आधुनिक बनाने और भारत में खाद्यान्न की भंडारण क्षमता को बढ़ाने की दृष्टि सार्वजनिक निजी भागीदारी सोड में एक नया मोडल एंड स्पीड धरणबद्ध तरीके से कार्यान्वयन के लिए प्रस्तावित किया गया है।
उपरोक्त प्रस्तावित साइलों का निर्माण संचालन दो तरीको (मोड) से किया जाएगा एफसीआई की स्वयं की भूमि पर डिजाइन निर्माण निधि स्वामित्व और हस्तांतरण (DBFOT) मोड एवं रियायती / अन्य एजेंसी की भूमिपर डिजाइन निर्माण, निधि, स्वामित्व और संचालन DEFCO) मोहके तहत कार्यान्वयन एजेंसी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के माध्यम से किया जाएगा|
उपरांत योजना/मॉडल के तहत भारत सरकार ने मध्य प्रदेश क्षेत्र मेंDBFOO मोड के तहत 4. 25 एलएनटी की समय क्षमता वाले 10 स्पोक SILO के निर्माण को मंजूरी दी है। SILO मध्य प्रदेश के 10 विभिन्न राजस्व जिलों पानी पार, पत्रा, लिवनी, सतना, गुना, राजगढ़ आगर मालवा दो औरयापुर में प्रस्तावित है।
उपरोक्त योजना के प्रथम चरण में मध्यप्रदेश क्षेत्र में चार स्थानों( गुना, धार, दमोह और उज्जैन में साइलों का निर्माण किया जाना है जिनकी
निविदा की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।। उनके साथ भोपाल ड़ी ओ सत्रुजीत मधुकर ,बैतूल डिपो प्रबंधक योगेश जावलकर,व खाद्य विभाग बैतूलका स्टाफ मौजूद था।
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