राजोद-उद्योग मंत्री दत्तिगाव को धार को कोरोना प्रभारी बनना धार की खुश किस्मती क्यो की जिस तरह से दिन रात मेहनत करके दत्तिगाव जो देखभाल मरीजो ओर उनके लिए जिस तरह से हर तरह की व्यवस्था कर रहे है इसे धार की खुश किस्मत ही समझना चाहिए जिस तरह कुछ दिन पूर्व जो ऑक्सीजन प्लांट 90 दिन में चालू होने वाला था वह मात्र 4 दिन में चालू करा कर जिस तरह से प्रगति पूर्वक कार्य किया वह बहुत ही तारीफे काबिल है और इतना ही नहीं बल्कि जिस तरह से श्री दत्तिगाव सेवा कर रहे है प्रदेश के सायद ही कुछ नेता और मंत्री को छोड़कर इतनी सेवा सायद ही कोई कर रहा होगा जिस तरह उद्योग मंत्री होने के नाते उन्होंने कई उद्योग कम्पनी से उन्होंने एम्बुलेंस की व्यवस्था भी कराई जो कि तारीफे काबिल है जिस तरह एक घर का मुखिया अपने परिवार की फिक्र कर दिन रात केवल उनकी सेवा में लग जाता है उसी तरह श्री दत्तिगाव आज जिले की सेवा में लगे है जिस तरह उन्होंने इस कोरोना काल मे लोगो कि सेवा जमीनी स्तर पर करके लोगो के दिल मे जगह बनाई है इस कोविड के भयावक काल मे जहाँ बड़े से बड़े नेता इस तरह से केवल शोशल मिडिया से हो जनता की सेवा का ढोंग रच रहे है वही श्री दत्तिगाव ज़मीनी स्तर पर बिल्कुल पूरे जिले का ध्यान परिवार के मुखिया की तरह कर रहे जिस तरह से दत्तिगाव के इस कोरोना काल मे लोगो के दिल मे जो जगह ओर स्थान बनाया है उससे एक बात तो साफ हो गई कि आने वाले समय मे श्री दत्तीगव के सामने ऐसा कोई चेहरा ही नहीं है जो उनके मुकाबले में सामने टिक पायेगा चाहें उनके राजनीतिक विरोधियों उनकी हर व्यवस्था को नदर अंदाज कर रहे हो लेकिन मन ही ही मन मे वे भी सोच रहे कि वाकई दत्तिगाव ने जमीनी स्तर पर काम किया है और आने वाले समय मे सायद ही कोई ऐसा चेहरा होगा जो श्री दत्तिगाव को राजनीतिक रूप से टक्कर दे पाएगा या यह भी कहे तो अतिश्योक्ति नही होगी कि अब बदनावर में उधोग मंत्री का कोई विकल्प नही हो सकता और हा बात करे विपक्ष की तो जिस तरह चुनावी समय मे अबकी बार स्थानिय उम्मीदवार वार का जो राग अलापने वाले नेता इस महामारी में कही भी दिखाई नहीं दे रहे है तो सायद ही विपक्ष के पास कोई ऐसा चेहरा होगा जो आने वाले समय मे श्री दत्तिगाव को टक्कर दे पाएगा। ओर उनकी इसी सेवा भाव की छवि से चाहे वह कांग्रेस में रहे हो जब भी उनके राजनीतिक विरोध करने वाले उनकी इसी बात के कायल थे आज भी चाहे उनकी राजनीतिक विरोध में इसी बात की उनकी छवि बनी हुई है
।राजोद से राहुल राठोड़ की🖋️🖋️🖋️🖋️
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