Chief Editor

Dharmendra Singh

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August 8, 2025

सच दिखाने की हिम्मत

एटीएम मशीन में गड़बड़ी कर एटीएम बूथ में फर्जी हेल्पलाइन नंबर चस्पा कर फ्रॉड करने वाली अंतर्राज्यीय गैंग का किया पर्दाफाश

🔴 पुलिस टीम ने नववर्ष पर नये तरीके के सायबर फ्रॉड को अंजाम देने वाली अंतर्राज्यीय गैंग का किया पर्दाफाश।
🔴 पुलिस टीम द्वारा एटीएम मशीन में गड़बड़ी कर फ्रॉड करने वाली अंतर्राज्यीय गैंग के तीन सदस्यों को पकड़ा।
🔴 पकड़े गये बदमाशों से एक एक्सयूवी 300 कार, 27 एटीएम कार्ड, 25,000/-रुपये नगद, 7 मोबाइल फोन, फर्जी हेल्पालइन नंबर की पम्पलैट, एटीएम खोलने की मास्टर चाबी व एटीएम खोलने की अन्य सामग्री व एटीएम कार्ड के माध्यम से शॉपिंग किये गये कपडे बरामद किये गये।

दिनांक 01.01.2023 पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री अमित सांघी(भापुसे) को आवेदकों ने शिकायती आवेदन पत्र दिये थे कि जब वह एटीएम बूथ से रुपये निकालने गये तो जैसे ही उन्होंने अपना एटीएम कार्ड मशीन में डाला तो उनका एटीएम मशीन में ही गिर गया और उसके बाद उन्होने एटीएम मशीन के अन्दर चिपकाए हुए एटीएम हेल्पलाइन नंबर पर काँल किया तो हेल्पलाइन नंबर वालों ने उनका एटीएम पिन पूछकर मशीन में डलवाया और बताया कि आपकी कंप्लेंट दर्ज कर ली गई है। उसके कुछ समय बाद आवेदकों के मोबाइल पर खाते से रुपये कटने के मैसेज आये। इस प्रकार दो खाताधारकों से 70,000 व 42,000 कुल 1,12,000 रुपये की ठगी कर ली गई। आवेदकों की उक्त शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ग्वालियर ने शहर में एटीएम बूथ से लोगों के साथ ठगी करने वाले अपराधियों पर कार्यवाही करने हेतु अति.पुलिस अधीक्षक शहर(पूर्व/क्राइम) श्री राजेश डण्डोतिया को क्राइम ब्रांच की सायबर टीम से उक्त शिकायत पर तत्काल कार्यवाही करवाने हेतु निर्देशित किया।

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशो के परिपालन में सीएसपी मुरार/डीएसपी क्राइम श्री ऋषिकेश मीणा(भापुसे) एवं सीएसपी लश्कर/डीएसपी क्राइम(द्धितीय) श्री षियाज़ के.एम.(भापुसे) के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच निरीक्षक दामोदर गुप्ता द्वारा थाना क्राइम ब्रांच में उक्त शिकायतों पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। दौराने विवेचना ज्ञात हुआ कि कोई वाहरी गैग है जो शहर में एटीएम पर जाकर उक्त नये तरीके के सायबर फ्रॉड को अंजाम दे रही है। सायबर टीम द्वारा बैंक से एटीएम बूथ के सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी जानकारी के आधार पर उक्त गैंग की तलाश की गई। पुलिस अधीक्षक ग्वालियर को जरिए मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि उक्त गैंग के कुछ संदिग्ध सदस्य एक्सयूवी 300 कार सहित देखे गये हैं, उक्त सूचना पर क्राईम ब्रांच की सायबर क्राईम टीम को उक्त बदमाशों को पकड़ने हेतु लगाया गया। पुलिस टीम द्वारा उक्त गैग के तीन आरोपियांे को कार सहित पकड़ लिया गया। पकड़े गये आरोपियों से एक एक्सयूवी 300 कार, 27 एटीएम कार्ड, 25,000/-रुपये नगद, 7 मोबाइल फोन, फर्जी हेल्पालइन नंबर की पम्पलैट, एटीएम खोलने की मास्टर चाबी व एटीएम खोलने की अन्य सामग्री व एटीएम कार्ड के माध्यम से शॉपिंग किये गये कपडे बरामद की गई। आरोपियों से पूछताछ करने पर उन्होने बताया गया कि आरोपीगण पहले अपनी गाडी से घूमकर ऐसे एटीएम को चिन्हित करते थे जिसको मास्टर चाबी से खोला जा सके फिर एटीएम बूथ को चिन्हित करने के बाद आरोपी एटीएम मशीन को खोलकर जिस स्लाँट में एटीएम कार्ड फंसाया जाता है उसका स्क्रू खोल देते थे जिससे जब भी कोई एटीएम कार्ड मशीन में लगाता है तो उसका एटीएम कार्ड मशीन के अन्दर चला जाता था। उक्त गैंग में से एक या दो सदस्य पहले से ही एटीएम बूथ के अन्दर खडे रहते थे एवं जिस व्यक्ति का एटीएम कार्ड मशीन के अन्दर चला जाता था तो पीछे खडा व्यक्ति बोलता था कि हेल्पलाइन नंबर पर काँल कर लो जब कस्टमर द्वारा हेल्पलाइन नंबर पर काँल किया जाता तो इसी गैग का एक व्यक्ति जो कि एटीएम बूथ से दूर खडी कार में बैठकर बैंक कर्मचारी बनकर बात करता था तथा कस्टमर से एटीएम मशीन में एटीएम पिन डालने के लिए बोलता जब कस्टमर अपना एटीएम पिन एटीएम मशीन मे डालता है वही पर खडे गैग के सदस्य एटीएम पिन देख लेता थे। कस्टमर से बैंक का कर्मचारी वाला सदस्य बोलता है कि सर यदि आपका एटीएम अभी मशीन से नहीं निकल पा रहा है तो मै यहाँ आपकी कंप्लेंट नोट कर लेता हूँ कुछ समय बाद हमारा इंजीनियर आयेगा और एटीएम मशीन से आपका एटीएम निकालकर बैंक में जमा करा देगा, आप अपनी ब्रांच से जाकर अपना एटीएम ले सकते है। यह लोग कस्टमर के जाने के कुछ समय पश्चात एटीएम को मास्टर चाबी से खोलकर एटीएम कार्ड निकाल किसी अन्य एटीएम बूथ से रुपये निकाल लेते थे। यह लोग एटीएम कैश की लिमिट पूरी हो जाने पर किसी शोरूम पर जाकर शॉपिंग कर लेते थे। आरोपी गणों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि मूलतः बिहार के रहने वाले है करीब बीस दिन पहले 05 सदस्य अपनी एक्सयूवी कार से घटना करने के उद्देश्य से बिहार से निकले थे। इस दौरान आरोपी गणों द्वारा इटावा, भिंड, ग्वालियर, मुरैना, पोरसा, आगरा, दिल्ली में घटना को अंजाम दिया आरोपियों द्वारा बताया गया कि जिस जगह पर घटना करते थे उस जगह से कई किलोमीटर दूर जाकर महंगे होटलों में रुकते थे। उक्त गैग के दो सदस्य फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।

बरामद मशरूका- एक एक्सयूवी 300 कार, 27 एटीएम कार्ड, 25,000/-रुपये नगद, 7 मोबाइल फोन, फर्जी हेल्पलाइन नंबर की पम्पलेट, एटीएम खोलने की मास्टर चाबी, एटीएम खोलने की अन्य सामग्री व एटीएम कार्ड के माध्यम से शॉपिंग किये गये कपडे।

आमजन के लिए सूचना- एटीएम से रुपये निकालते समय ध्यान रखे कि पीछे खडा व्यक्ति आपका एटीएम पिन न देख पाये हमेशा अपना एटीएम पिन छिपा कर डाले व फोन पर किसी को भी अपना एटीएम पिन न बताये व बैक में जाकर शिकायत दर्ज करें।

सराहनीय भूमिका- सायबर क्राईम प्रभारी निरी0 श्रीमती नरेश गिल, उनि0 धर्मेन्द्र शर्मा, उनि0 हरेन्द्र सिंह,उनि0 कीर्ति अजमेरिया, सउनि राजीव सोलंकी, प्रआर0 विकास बाबू, रामबाबू, भगवती सोलंकी, सतेन्द्र कुशवाह, नरवीर राणा, आर0 शिवशंकर शर्मा, सुमित भदौरिया, ओमशंकर सोनी, श्यामू मिश्रा, सुनील शर्मा, गौरव पवार, मआर0 सुनीता कुशवाहा, आर0 कपिल पाठक, जैनेन्द्र गुर्जर, आशीष शर्मा, गौरव आर्य, अरूण पवैया, जितेन्द्र तुरैले की सराहनीय भूमिका रही।