राजू देवड़ा रिपोर्टर

वाय के शर्मा ने गुरुकुल खोलने के लिए धामनोद हाईवे पर 11 बीघा जमीन क्रय कर दान मे दी।
5 सितंबर को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में और उनके जन्मदिन पर ब्राह्मण शिक्षकों का सम्मेलन श्री धाम बालीपुर में हुआ। शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान का सम्मान करने के लिए शिक्षक दिवस मनाने जाने लगा। वेंकटेश हॉस्पिटल धामनोद के दानवीर कर्ण श्री वाय के शर्मा ने कहा कि शिक्षक वह सीढ़ी होता है जिसके दिए ज्ञान से हम कामयाब कामयाबी की बुलंदियां छुते हैं ।मुझे भी एक शिक्षक ने आज इस कामयाबी पर लाकर खड़ा किया है।
राकेश शर्मा शिक्षक खरगोन ने कहा है कि शिक्षा व्यवस्था गुरुकुल से मैकाले के कॉन्वेंट स्कूलों में कब पहुंचे गई पता नहीं चला । संस्कारो की पाठशाला गुरुकुल की वर्तमान वैश्विक युग में महती आवश्यकता है। सनातन की परंपराओं से हम सोने की चिड़िया कहलाए ।भारत विश्वगुरु बनने की अग्रसर है, जिसमें अंबिका आश्रम जैसे गुरुकुल देश भर में हो तो सनातन एवम नैतिक सामाजिक मूल्यों की प्रति स्थापना होगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वीर भामाशाह श्री वाय के शर्मा ने गुरुकुल के लिए 11 बीघा जमीन क्रय कर बालीपुर धाम को गुरुकुल खुलने के लिए जमीन दी। बच्चों को सनातन धर्म से जोड़कर सुसंस्कृत करेंगे ताकि भारत का भविष्य उज्ज्वल बना सके।उन्होने आगे कहा कि शिक्षक ने हमें पढ़ाया नहीं है बल्कि हमारे भविष्य को आकार भी दिया है। हमें एक जिम्मेदार नागरिक भी बनाया है। शिक्षकों ने हमारे जीवन में अंधकार हटाकर उसे ज्ञान के प्रकाश से आलोकित कर दिया है। आचार्य सम्मान समारोह परम पूजनीय श्री योगेश जी महाराज हम सुधाकर जी महाराज के सानिध्य में संपन्न हुआ। 147 शिक्षकों का श्रीधाम बलीपुर से सम्मानित किया गया। शिक्षकों को शाल, श्रीफल, रुद्राक्ष माला, दैनिक संध्या पुस्तक, फोटो, दुपट्टे ,प्रमाण पत्र सहित सम्मानित किया।बंटी महाराज ,जयन्त जोशी,शर्मिला रावल डाइट धार , पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी शर्मा, रविंद्र जी शर्मा ,रविंद्र सिंह गुन वाले,जगदीश जी थे।कार्यक्रम का संचालन मुकेश मेहता एवम नवीन अत्रे ने किया। प्रसाद ब्राह्मण भोजन हुआ।
राजू देवड़ा बालीपुर धाम की खास खबर
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