श्री दंदरौआ धाम में महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 रामदास जी महाराज जी के सानिध्य में चल रही श्री मद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथा वाचक आचार्य सत्यम दुबे जी ने श्रोताओं को कथा में श्रवण कराया कि हम अपने बच्चों को शिक्षा देते हैं परंतु संस्कार देना भूल जाते हैं हम उन्हे विदेश भेजना चाहते हैं परंतु हमारे देश में हमारे धर्म में हमारे शास्त्र में इतना कुछ भरा हुआ हैं कि उसका सही उपयोग उन्हे कहीं जाने नहीं देगा भारत संतो की भूमि हैं भारत भक्तों की भूमि हैं और उसी बीच महाराज जी ने भी भक्तों को अपनी वाणी से शब्दांजलि स्वरूप आशीर्वाद दिया महाराज जी ने कहा कि कथा सुनना भाग्य की बात हैं परंतु किसी धाम में किसी तीर्थ में कथा हो तो सौभाग्य की बात होती हैं और व्यास जी को समस्त भक्तों को आशीर्वाद प्रदान किया
गिरजेश पचौरी पत्रकार मेहगांव मोबाइल नंबर 9926264754
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