नर्सिंग घोटाले के खिलाफ लड़ रहे छात्र नेता रवि परमार का किया स्वागत
आष्टा /किरण रांका
नर्सिंग घोटाला पूरे प्रदेश में चर्चित हो रहा है । इस घोटाले की शिकायत के बाद जांच कर्ता अधिकारियों की कालेज संचालको से मिलीभगत ने घोटाले को और भी ज्यादा चर्चित कर दिया है ।
इस मामले का रोचक तथ्य यह है कि सी बी आई के भ्रष्ट अधिकारियों को छात्र नेता तथा एनएसयूआई की मेडिकल विंग के प्रदेश अध्यक्ष आष्टा निवासी रवि परमार की शिकायत के बाद सी बी आई द्वारा ही गिरफ्तार किया गया था। प्रदेश में सीबीआई अधिकारियों द्वारा अपने ही जांच अधिकारियों की गिरफ्तारी का यह सम्भवतः अकेला मामला है ।
नर्सिंग घोटाले के मामले को सी बी आई को सौंप कर राज्य सरकार जांच चलने का बहाना बना कर भले ही पल्ला झाड़ ले । लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ सी बी आई के जांच कर्ताओ की रिश्वतखोरी के आरोप के बाद सरकार भी अब साँसत में है ।
एन एस यू आई की मेडिकल विंग के प्रदेश अध्यक्ष रवि परमार की शिकायत के बाद सी बी आई के जांच अधिकारी राहुल राज तथा इंस्पेक्टर सुशील मजोका एवम ग्यारह अन्य की गिरफ्तारी हुई है ।
बताते चले कि मध्यप्रदेश में राज्य सरकार ने 229 नर्सिंग कॉलेजों को अनुमति दी थी ।इनमे कई कालेज ऐसे हैं जिन्हें नियम विरुद्ध ढंग से अनुमति दी गयी । इसमे कोई संशय नही की अपात्र कालेजो को संचालन की अनुमति भाई भतीजावाद और तगड़े लेनदेन के चलते ही दी गयी थी ।
प्रादेशिक छात्र नेता रवि परमार लम्बी लड़ाई के बाद अपने गृह नगर आये और उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार से भेंट की । कैलाश परमार ने छात्र नेता रवि परमार का स्वागत माला और साफा पहना कर स्वागत किया और उनके साहस और जागरूकता की प्रशंसा कर कहा कि भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी हैं , नर्सिंग घोटाले के बाद राष्ट्रीय स्तर पर नीट घोटाला इसका सर्वोच्च उदाहरण है ।
इस अवसर पर वरिष्ठ अभिभाषक वीरेंद्र परमार , छात्र नेता अखिलेश बाबू राजपूत , विजेंद्र सौलंकी भी मौजूद थे ।
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