- *”26 अगस्त 2021 टीकाकरण महाअभियान-2″ टीकाकरण महाअभियान के दूसरे दिन भी लोगों के उत्साह में नहीं आई कमी, युवा वर्ग ने अपने परिवार के अन्य सदस्य और बुजुर्गों को किया प्रेरित*
उज्जैन 26 अगस्त। टीकाकरण महाअभियान के दूसरे दिन गुरूवार को बनाये गये विभिन्न टीकाकरण केन्द्रों पर टीकाकरण के लिये आने वाले लोगों में उत्साह की कहीं कोई कमी नहीं थी। युवा वर्ग के कई लोग जिन्होंने कोविड टीके के दोनों डोज लगवा लिये थे उन्होंने अपने परिवार के अन्य सदस्यों और बुजुर्गों को टीकाकरण के लिये प्रेरित किया तथा उन्हें केन्द्रों पर लेकर आये।
पुलिस लाइन अस्पताल में बनाये गये टीकाकरण केन्द्र में स्वच्छता और अनुशासन का विशेष ध्यान रखा गया था। यहां टीकाकरण के लिये आये लोगों के लिये बाहर बैठने के लिये कुर्सियां लगाई गई थी। सुबह से ही इस केन्द्र पर टीका लगवाने आये लोगों की अच्छी खासी संख्या थी। टीके का दूसरा डोज लगवाने आये युवा हिमांशु माहेश्वरी ने बताया कि वे विद्यार्थी हैं। उन्होंने बताया कि टीकाकरण केन्द्र पर लोगों के लिये काफी अच्छी व्यवस्थाएं की गई हैं। मात्र 10 से 15 मिनिट में उन्हें टीके का दूसरा डोज लग गया। जिन लोगों ने अभी तक टीके का पहला अथवा दूसरा डोज नहीं लगवाया है, वे जल्द से जल्द टीका लगवायें। हिमांशु अपने परिवार के अन्य छूटे हुए सदस्यों को अपने साथ लाये थे।
इसी केन्द्र में टीके का दूसरा डोज लगवाने आई युवती प्रज्ञा शर्मा ने बताया कि लोगों में टीकाकरण को लेकर कई तरह की भ्रान्तियां हैं जैसे- डोज लग जाने के बाद तबीयत खराब हो जाती है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। टीका लगवाने के बाद बस मामूली-सा बुखार आता है जो पैरासिटामोल टेबलेट लेने से ठीक हो जाता है, इसीलिये टीकाकरण अवश्य करवायें। कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में टीकाकरण बहुत जरूरी है। युवा वर्ग देश का भविष्य है, इसीलिये सभी युवाओं को जो 18 वर्ष से अधिक हैं, उन्हें टीका अवश्य लगवाना चाहिये।
पुलिस लाइन अस्पताल टीकाकरण केन्द्र से बाहर निकलने पर कुछ दूरी से एक व्यक्ति तीन पहिये की सामान ढोने वाली सायकल पर अपनी पत्नी और दो बच्चों को लाता हुआ दिखाई दिया। उसने बताया कि उसका नाम राकेश है, उसकी पत्नी का नाम बबली है। वे नागझिरी में एक छोटे-से किराये के घर में रहते हैं। दोनों पति-पत्नी अटाला बिनते हैं। सुबह से उनका काम शुरू हो जाता है। शाम को जो भी कमाई होती है, उससे वे अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। उनके एक लड़की और एक लड़का है। ठेलागाड़ी में आज अटाले की जगह बच्चों की स्कूल की किताबें दिखाई दी और कुछ खाने-पीने का सामान उसमें रखा हुआ था। वैसे तो ये दोनों घर में रहते हैं, लेकिन दिन का ज्यादातर समय उसी ठेलागाड़ी पर ही बितता है, इसीलिये इनके लिये यह ठेलागाड़ी ही इनका चलता-फिरता घर है। बबली ने बताया कि वे दोनों आज घर से निकलने पर सबसे पहले अपने बच्चों की किताबें सरकारी स्कूल से लेने गये और उसके बाद यहां टीका लगवाने के लिये आये हैं। उन दोनों का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा तभी वे अपने बच्चों की बेहतर परवरिश कर सकेंगे।
राकेश और बबली ने कहा कि सभी के बच्चों के सुरक्षित भविष्य और स्वास्थ्य के लिये जरूरी है कि उनके माता-पिता जिन्होंने अब तक टीका नहीं लगवाया है, वे अपने नजदीक के टीकाकरण केन्द्र पर जाकर टीका लगवायें। कोरोना की दूसरी लहर में कई बच्चे अनाथ हो चुके हैं। राकेश और बबली के मोहल्ले में भी कई लोगों की कोरोना संक्रमण के चलते असमय मौत हो गई। इसीलिये राकेश और बबली ने अपने बच्चों की देखभाल और परवरिश को ध्यान में रखते हुए सबसे पहले स्वयं का टीकाकरण करवाना जरूरी समझा, ताकि वे दोनों स्वस्थ रहें और उनके बच्चों के सिर पर माता-पिता का साया बना रहे।
नागझिरी के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में बनाये गये टीकाकरण केन्द्र में युवा वर्ग के साथ-साथ कई वयोवृद्ध भी टीका लगवाने के लिये आये थे। टीके का दूसरा डोज लगवा चुकी 80 वर्षीय केशरबाई सब्जी बेचकर अपना भरण-पोषण करती हैं। उन्होंने बताया कि इतने लम्बे जीवनकाल में उन्होंने कभी भी ऐसी भयावह बीमारी नहीं देखी। कोरोना संक्रमण के चलते उनके कई परिचित लोगों की असमय मृत्यु हो गई। इसीलिये सभी लोग अनिवार्यत: टीके के दोनों डोज लगवायें, ताकि वे अपने लोगों के साथ उनके बीच सुरक्षित रह सकें।
शास्त्री नगर के कम्युनिटी हॉल में बनाये गये टीकाकरण केन्द्र में 75 वर्षीय भेरूलाल परमार अपने पोते के साथ टीका लगवाने के लिये आये थे। वे डाक विभाग से रिटायर्ड हैं। आज उन्हें कोविड टीके का दूसरा डोज लगाया गया। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में सभी लोगों को टीके के दोनों डोज लग चुके हैं। उनका पोता सुबह से ही उनके पीछे लगा हुआ था कि जल्द से जल्द पास के टीकाकरण केन्द्र पर जाकर टीका लगवायें। भेरूलाल ने बताया कि जब उनका पोता छोटा था, तब वे उसका ख्याल रखते थे, लेकिन अब युवा पीढ़ी अपने परिवार के बुजुर्गों का ख्याल रख रही है।
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