लोकेशन – ग्वालियर
स्व-सहायता समूहों की दीदी बनेगी “बीमा सखी” जिले भर से आईं दीदियों को दिया गया प्रशिक्षण


स्व-सहायता समूहों से जुड़ीं जिले की दीदियों को बीमा सखी बनाया जाएगा। इस सिलसिले में गुरुवार को जिला पंचायत सभागार में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला, ब्लॉक स्तरीय स्टाफ के साथ-साथ विभिन्न ग्राम पंचायतो से आई स्व-सहायता समूह की सक्रिय महिलाओ को बीमा सखी योजना के सबंध मे विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। भारतीय जीवन बीमा निगम के अधिकारियों ने यह प्रशिक्षण दिया।
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि बीमा सखी बनने की इच्छुक महिलाएँ नजदीकी एलआईसी शाखा में आवेदन कर सकती हैं। बीमा सखी को प्रथम वर्ष में 7 हजार रूपए प्रतिमाह, दूसरी साल 6 हजार रूपए प्रतिमाह एवं तृतीय वर्ष में 5 हजार रूपए प्रतिमाह मानदेय दिया जायेगा। साथ ही कमीशन भी उन्हें मिलेगा। बीमा सखी बनने के लिये महिला की शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास एवं उम्र 18 से 70 वर्ष के मध्य होना चाहिये।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला परियोजना प्रबंधक श्री विनीत कुमार गुप्ता ने बताया कि जिले की सभी ग्राम पंचायत में एक-एक बीमा सखी का चयन कर स्थानीय महिलाओं को इन योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।
लाखों लाख रूपए कमा रहीं हैं महिलाएँ
भारतीय जीवन बीमा निगम के अधिकारी श्री दीपेन्द्र सिंह राठौर ने बताया कि ग्वालियर जिले की कई महिला अभिकर्ता अच्छी-खासी आमदनी प्राप्त कर रही हैं। कुछ महिलाओं ने बीमा एजेन्ट के तौर पर काम करते हुये एक वर्ष में 50 लाख से अधिक आय अर्जित की है। श्रीमती सीमा संजय नीखरा द्वारा 71 लाख 93 हजार, श्रीमती आस्था पवन पमनानी द्वारा 56 लाख 24 हजार एवं श्रीमती ललिता जैन द्वारा 50 लाख 64 हजार रूपए की आय बतौर कमीशन आय प्राप्त की है। इसी प्रकार लगभग 20 महिलायें बीमा एजेंट के रूप में कार्य कर 10 लाख रूपये से अधिक वार्षिक आय अर्जित कर रहीं हैं।
ग्वालियर से दिनेश दांतरे की रिपोर्ट
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