परिसर की व्यवस्थाओं को बेहतर व सुरक्षित बनाने के दिए निर्देश
ग्वालियर 25 जुलाई 2025/ ग्वालियर जिले के ग्रामीण अंचल में स्थित प्राचीन नल के केश्वर मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इसकी प्राकृतिक छटा भी मन को शांति देने वाली है। इसी पावन स्थल का शुक्रवार को कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने निरीक्षण किया और इसे एक प्राकृतिक रूप से दर्शनीय एवं धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के संबंध में दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री विवेक कुमार एवं अपर कलेक्टर श्री कुमार सत्यम सहित विभागीय अधिकारी उनके साथ थे।
नलकेश्वर परिसर का निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्रीमती चौहान ने झरने के आसपास रैलिंग सहित सुरक्षा के सभी इंतजाम करने के निर्देश दिए। साथ ही मंदिर परिसर तक पहुँचने वाले मार्ग को भी व्यवस्थित करने के लिये कहा। उन्होंने मंदिर परिसर में स्थापित दुकानों के आसपास साफ-सफाई रखने तथा डस्टबिन रखने के निर्देश सभी दुकानदारों को दिए।
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने कहा कि ऐसे स्थल हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं, जिन्हें संरक्षण और संवर्धन की आवश्यकता है। उन्होंने मंदिर क्षेत्र की साफ-सफाई, पेयजल, बैठने की व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था, वृक्षारोपण तथा पहुंच मार्ग के सुधार हेतु संबंधित विभागों को कार्य योजना तैयार कर शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने यह भी कहा कि नलकेश्वर मंदिर की शांति, आध्यात्मिकता और प्राकृतिक वातावरण एक विशेष पहचान देता है। यह स्थल श्रद्धालुओं व पर्यटकों को आकर्षित करने की पूरी क्षमता रखता है। इसलिए हम सब मिलकर इस स्थल को सुविधाजनक और बेहतर बनाएं, जिससे धार्मिक पर्यटन मानचित्र पर यह एक प्रमुख स्थान प्राप्त कर सके।
इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने भी कलेक्टर की इस पहल का स्वागत किया और मुख्य मार्ग से मंदिर परिसर तक सड़क को और बेहतर बनाने की मांग की।
यह पहल न केवल क्षेत्र के विकास को गति देगी, बल्कि लोगों को धार्मिक व प्राकृतिक एकता का अनुभव भी कराएगी। ऐसे प्रयासों से हमारे परंपरागत मंदिरों को नई पहचान मिलती है और भावी पीढ़ी भी हमारी संस्कृति और विरासत से जुड़ती है।
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