भाजपा सांसद पर अशोभनीय टिप्पणी करना निंदनीय ..डीडी उइके
कांग्रेस विधायक ने मेरा नही पूरे आदिवासी समाज का अपमान किया ….
गौरव यात्रा निकालकर जनता तक ले जाएगें मामला …
पत्रकार वार्ता मे रखा अपना पक्ष कांग्रेस विधायक के आरोपो को किया खारिज….
न्यूज़ 24x 7 इंडिया के लिए जिला ब्यूरो चीफ योगेश गुप्ता बात हकिकत की ✍️

बैतूल। जेएच कालेज में कांग्रेस विधायक द्वारा की गई तालाबंदी प्रदर्षन और भाजपा सांसद के खिलाफ लगाए अष्लील नारे, अभद्र टिप्पणी से आहत सांसद दुर्गादास उइके ने जिला भाजपा कार्यालय विजय भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि ये मेरा नही बल्कि पूरे आदिवासी समाज का अपमान है। श्री उइके ने पत्रकार वार्ता में घोषणा कि वे इस अपमान को गौरव यात्रा के माध्यम से जनता के सामने लेकर जाएगें। पत्रकार वार्ता में पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल, जिलाध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला, विधायक डा.योगेष पंडाग्रे, मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र आर्य भी मौजूद थे। सांसद श्री उइके ने उनके द्वारा कांग्रेस विधायक का नाम षिलालेख में नही लिखवाने के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा मैने कालेज प्रबंधन को अपने पक्ष के प्रतिनिधियो के नाम जोडने के लिए कहा था। षिलालेख में विधायक का नाम नही होने को उन्होने त्रुटिवष होना बताया। सांसद श्री उइके ने कहा कि त्रुटिवष एक षिलालेख में कांग्रेस विधायक का नाम नही आने पर वे इतने बौखला गए कि अमर्यादित व्यवहार पर उतर आए। श्री उइके ने काँग्रेस समर्थको द्वारा उन पर कि टिप्पणी को अषोभनीय बताते हुए इसे कांग्रेस विधायक द्वारा सस्ती लोकप्रियता पाने का कृत्य बताया। श्री उइके ने कहा कि कांग्रेस विधायक के समर्थको द्वारा किए इस अषोभनीय कृत्य से वे आहत है। उन्होने इसे स्वयं का नही बल्कि पूरे आदिवासी समाज का अपमान बताते हुए घोषणा की कि वे गौरव यात्रा निकालेगें और गांव गांव जाकर अपमान की गाथा सुनाएगें। श्री उइके ने कांग्रेस विधायक को याद दिलाया कि प्रदेष में 15 महिने कांग्रेस सरकार थी तब मेरा व एक मात्र भाजपा विधायक डा.योगेष पंडाग्रे के किस तरह अपमानित किया गया यह जनता किस तरह अपमानित किया गया यह जनता जानती है। उन्होने बताया कि हमें शासकीय कार्यक्रमो की सूचना तक नही की जाती थी। न ही निमंत्रण पत्रो और षिलालेखो में नाम लिखे जाते थें। यहि नही केन्द्र सरकार की योजनाओ के कार्यक्रम तक में भी उन्हे केन्द्र का प्रतिनिधि होने के बावजूद नही बुलाकर अपमानित किया गया। परंतू वे एक अनुषासित पार्टी के सदस्य के नाते वैधानिक तरीके से अपनी आपत्ति दर्ज कराते थे। इस तरह अमर्यादित व्यवहार कभी नही किया। पत्रकार वार्ता में सांसद ने कहा लगभग 50 से ज्यादा शासकीय कार्यक्रमो के षिलालेखो की जानकारी उन्होने पत्रकारो को भी दी। सांसद समर्थको द्वारा बिना अनुमति कालेज में जबरन घुसकर तालाबंदी करना, प्राध्यापको सहित स्टाफ को बंदी बनाना और कोविड नियमो का उल्लघंन करने की घटना की कडी निंदा करते हुए इसे आपराधिक कृत्य बताया एवं जिला प्रषासन से नियमानुसार कानूनी कार्यवाही किये जाने की मांग की है ।
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