शीघ्र ही विश्व की सबसे ऊंची भगवान श्री झूलेलाल जी मूर्ति होगी लोकार्पित।छत्तीसगढ़ के रायपुर हो रहा हैं आकर्षक मूर्ति का निर्माण।
खंडवा। भारत देश में बड़ी प्रतिमाओं का चलन नहीं था पर कुछ वर्षों से साउथ व अन्य शहरों को देखकर अब बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं बन रही हैं अच्छी बात है बननी भी चाहिए। सब की आस्था का सम्मान होना चाहिए और हमें इन भव्य मूर्तियों पर गर्व भी होना चाहिए। इसी दौर में जब रायपुर में 51 फीट की भगवान शिव जी की मूर्ति बनी, तब जल और ज्योति के उपासक सिंधी समाजजनों ने भी सोचा क्यों ना भगवान श्री झूलेलाल जी की विश्व की सबसे बड़ी मूर्ति बनाई जाकर रायपुर में स्थापित की जाए, जिससे छत्तीसगढ़ का गौरव भी बढ़ेगा और भक्तों को खुशी भी होगी। यह जानकारी देते हुए राष्ट्रीय सिंधी समाज प्रदेश प्रवक्ता निर्मल मंगवानी ने बताया कि कहते हैं ना सपने वह नहीं होते जो रात को देखते हैं सपने वह होते हैं जो सोने नहीं देते। इसी सपने को साकार करने झूलेलाल सेवा समिति रायपुर के समाजसेवियों ने बीड़ा उठाया और वह निकल पड़े संत लाल साई जी से आशीर्वाद लेकर इस सपने को साकार करने। न्यू राजेंद्र नगर के पास 14000 स्क्वायर फीट भूमि पर सिंगरोली मध्य प्रदेश के मूर्तिकारों व्दारा विश्व में सबसे ऊंची मूर्ति 56 फीट की तैयार हो रही है। यह भूखंड क्षेत्र विधायक सत्यनारायण शर्मा जी के प्रयासों से सिंधी समाज के द्वारा दान दिया गया। विश्व की सबसे बड़ी मूर्ति भगवान झूलेलाल जी की का निर्माण पर कहते हैं ना हर अच्छे कार्य में बांधा जरूर आती है इस कार्य में भी कोरोना महामारी बीमारी ने दो बार बाधा डाली, पर आज विशाल रूप से भगवान श्री झूलेलाल जी की बहुत ही आकर्षक और मनमोहक मूर्ति बनकर तैयार खड़ी है। जिसके रंग रोगन का कार्य जारी है। इस कार्य को सफल बनाने में समस्त सिंधी समाज के साथ समिति के अध्यक्ष गिरीश लेहजा, श्याम चावला, विजय लहरवानी, विक्की झामनानी, अमित चिमनानी, सुनील रंगलानी अन्य सदस्यों का विशेष सहयोग मिल रहा है। विश्व की सबसे ऊंची प्रथम मूर्ति के निर्माण पर राष्ट्रीय सिंधी समाज जिलाध्यक्ष विक्रम ससहजवानी, प्रदीप कोटवानी, निर्मल मंगवानी, दीपू हींगोंरानी आदि सदस्यों द्वारा समिति के लोगों को दिल से दुआएं देते हुए बधाइयां भेजी गयी हैं।
शेख़ आसिफ़ खंडवा
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