ब्यूरो वाजिद अली कुरेशी
सर्वधर्म संघ ने मस्जिदों के इमाम एवं मोअज्जिनो का किया सम्मान
हिंदू एवं मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं ने कार्यक्रम में की शिरकत
शहर काजी इशरत अली एवं स्वामी वर्धानंद गिरी महाराज के हाथों दिए गए तोहफ़े
इंदौर। देश के कई राज्यों में इस वक्त हिंदू-मुस्लिम के बीच लगातार विवाद की खबरें देखने को मिल रही है. लेकिन इंदौर से सर्वधर्म संघ की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं वो एक मिसाल पेश करने वाली हिंदू मुस्लिम एकता की तस्वीर दिल को सुकून देने वाली हैं। प्रिंस यशवंत रोड़ पर मस्जिदों के इमाम और हफीज़ो का सम्मान हार माला ओर साफ़ा पहना कर हिन्दू मुस्लिम धर्म प्रमुखों के हाथों हुआ ।



रमज़ान का पवित्र महीना पूरी इंसानियत के लिए रहमत बनकर आया है। शब-ए-क़द्र की हज़ार महीनों से बेहतर मुक़द्दस रात को मुस्लिम समाज ने बड़ा रोज़ा रखा और रात भर इबादत में गुज़ारी। रमज़ान माह में तरावीह की विशेष नमाज़ में बगैर देखे पूरा क़ुरआन सुनाने वाले हाफिजों,मस्जिद के पेश इमामों और अज़ान देने वाले मोअज़्ज़िनों को सर्वधर्म संघ द्वारा शबे क़द्र पर नज़राना देकर दस्तारबंदी की गयी ।
प्रिंस यशवंत रोड़ स्थित सर्वधर्म संघ दफ्तर पर शहर क़ाज़ी डॉक्टर इशरत अली, स्वामी वर्धानन्द गिरी महाराज, अध्यक्ष मंज़ूर बेग की ख़ास मौजूदगी में मस्जिद के इमाम को तोहफे और नगद नज़राना पेश कर इस्तक़बाल किया गया। सर्वधर्म संघ के अध्यक्ष मंज़ूर बेग द्वारा प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी मस्जिद के इमाम व ख़िदमतगारों को नज़राना दिया गया। उन्होंने बताया मुस्लिम समाज द्वारा शबे क़द्र पर कब्रस्तान पर पुरखों की मग़फ़िरत की दुआ मांगी। साथ ही मुस्लिम समाज ने देश की खुशहाली,सलामती और अमन व भाईचारे के लिए ख़ास दुआ मांगी गईं। इस मौके पर शहर काजी डॉक्टर इशरत अली ने कहा हिन्दू-मुस्लिम एकता से ही मुल्क की खूबसूरती है। उन्हीने कहा इस तरह के आयोजन से समाज में भाईचारा बढ़ेगा। मंज़ूर बेग ने कहा मौलाना,इमाम,हाफ़िज़ महीने भर नमाज़ पढ़ाने के साथ देश की खुशहाली के लिए दुआ करते हैं व समाज को रोशनी देने का काम करते हैं। ऐसी शख्सियतों का सम्मान कर हमें खुशी मिलती है।
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