विशाल भौरासे रिपोर्टर


बैतूल। त्रेता युग में रावण का पुत्र मेघनाथ बैतूल बाजार भवानी पुरा स्थित निकुंभला देवी मां की पूजा करके पाताल लोक जाते थे, जिसके प्रमाण आज भी मंदिर में रखें ज्योति स्तंभ है जिस पर दिये बने हुए हैं। माता की दिव्य मूर्ति के दर्शन करने हजारों लोग आते है और अपनी अपनी मनोकामना की पूर्ति करते हैं। सहयोग संस्था अध्यक्ष विजय के वर्मा ने बताया जिले के गांव-गांव में मेघनाथ की जेरी होना, टिकारी में मेघनाथ मोहल्ला होना जैसी बातें भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि मेघनाथ बैतूल बाजार स्थित माता निकुंभला के मंदिर में पूजा करते थे फिर पाताललोक जाते थे, जो छिंदवाड़ा जिले में स्थित पातालकोट ही है। यह हमारी धार्मिक आस्था में विश्वास को मजबूती प्रदान करता है।
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