
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित सीबीआई के डायमंड जुबली सेलिब्रेशन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सीबीआई आज न्याय और इंसाफ का ब्रांड बन गया है। इसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करना है। 2014 से पहले भ्रष्टाचारियों को कार्रवाई का खौफ नहीं रहता था।
पीएम ने कहा कि न्याय और इंसाफ के एक ब्रांड के रूप में सीबीआई हर जुबान पर है। उन्होंने कहा, “सीबीआई ने अपने काम से, अपने कौशल से सामान्य जन को एक विश्वास दिया है। आज भी जब किसी को लगता है कि कोई केस असाध्य है तो आवाज उठती है कि मामला सीबीआई को देना चाहिए। देश की प्रीमियम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के रूप में 60 वर्ष का सफर आपने (CBI) पूरा किया है। ये 6 दशक निश्चित रूप से अनेक उपलब्धियों के रहे हैं। आज यहां CBI के मामलों से जुड़े सुप्रीम कोर्ट का संग्रह भी जारी किया गया है। ये CBI के बीते वर्षों के सफर को दिखाता है।”
नरेंद्र मोदी ने कहा, “सीबीआई की सबसे बड़ी जिम्मेदारी देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने की है। भ्रष्टाचार सामान्य अपराध नहीं है। यह गरीब से उसका हक छीनता है। यह कई अपराधों को जन्म देता है। यह लोकतंत्र के मार्ग में सबसे बड़ी रुकावट है। सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार लोकतंत्र को फलने-फूलने नहीं देता। जहां भ्रष्टाचार होता है वहां युवाओं के सपने बली चढ़ जाते हैं। वहां सिर्फ एक विशेष इकोसिस्टम ही फलता-फूलता है।”
नरेंद्र मोदी ने कहा, “भ्रष्टाचार प्रतिभा का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। इससे भाई-भतीजावाद और परिवारवाद पनपता है और अपना शिकंजा मजबूत करता है। जब भाई-भतीजावाद बढ़ता है तो समाज और देश का सामर्थ्य कम होता है। इससे देश का विकास प्रभावित होता है। गुलामी के कालखंड से देश को भ्रष्टाचार की विरासत मिली। आजादी के बाद के अनेक दशकों तक इस विरासत को हटाने की जगह कुछ लोगों द्वारा सशक्त किया गया।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज देश में करप्शन के खिलाफ कार्रवाई करने में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कोई कमी नहीं है। आपको कहीं पर भी हिचकने, रुकने की जरूरत नहीं है। मैं जानता हूं, जिनके खिलाफ एक्शन ले रहे हैं वो बहुत ताकतवर लोग हैं। वर्षों तक वह सरकार और सिस्टम का हिस्सा रहे हैं। संभव है कई जगह, किसी राज्य में आज भी सत्ता का हिस्सा हों। वर्षों तक उन्होंने एक इकोसिस्टम बनाया है। यह इकोसिस्टम अक्सर उनके काले कारनामों को कवर देने के लिए आप जैसी संस्थाओं की छवि बिगाड़ने के लिए एक्टिव हो जाता है। एजेंसी पर ही हमला बोल देते हैं। ये लोग आपका ध्यान भटकाते रहेंगे, लेकिन आपको अपने काम पर फोकस रखना है। कोई भी भ्रष्टाचारी बचना नहीं चाहिए।
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