
धौलपुर जिले में आठवीं कक्षा में सप्लीमेंट्री आने पर एक बेटा पिता की पिटाई से इतना डर गया कि वह घर छोड़कर भाग गया. शाम तक बेटे के घर नहीं आने पर पिता ने उसकी तलाश की. आसपास पड़ोस और जिले भर में सब कहीं पता कर लिया लेकिन बेटे का कोई सुराग नहीं लगा. कई दिन बीत गए जब बेटे का कोई सुराग नहीं लगा तो पिता ने कई प्रदेशों में उसकी तलाश की. लेकिन उसका कोई पता नहीं लग सका और थक हार कर पिता घर बैठ गया.
पुलिस फोटो लेकर घर पहुंची
पुलिस ने फोटो भी दिखाए. रमाशंकर ने इसकी जानकारी नित्यकिशोर के पिता कीर्तिराम को दी. लापता बेटे की खबर सुनकर परिवार में खुशी का माहौल दौड़ पड़ा. इसके बाद पिता कीर्तिराम और रमाशंकर दौसा जाते हैं और बेटे नित्यकिशोर की जमानत करवा कर उसे वापस घर ले आते हैं. 24 साल बाद एक घर की खुशियां लौटने पर परिवार के साथ आस-पास के लोगों की भी आंखें भर आई.
14 वर्ष की उम्र में घर से निकला था नित्यकिशोर
बता दें कि 24 साल पहले धौलपुर शहर की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहे कीर्तिराम बघेल के बेटे नित्यकिशोर की आठवीं कक्षा में सप्लीमेंट्री आई थी और दूसरी बार के प्रयास में भी कम नंबर आए. परीक्षा में कम नंबर आने पर पिता कीर्तिराम ने अपने बेटे नित्यकिशोर को 24 जनवरी 1999 को पिटाई कर फटकार लगा दी. पिता की डांट सुनकर नित्यकिशोर घर छोड़कर चला गया. उस समय नित्यकिशोर की उम्र करीब 14 वर्ष थी.
घर छोड़कर चले जाने के बाद उसने बाल मजदूरी करते हुए कई ढाबा और होटलों पर गुजारा किया. ढाबों होटलों पर काम करते हुए नित्यकिशोर खाना बनाने का कारीगर बन गया. लेकिन ढाबा के मालिक उससे बिना पैसे के नौकरी कराते रहे. पांच महीने पूर्व नित्यकिशोर को राजस्थान के दौसा जिले के मानपुर में एक होटल पर काम मिल गया. लेकिन होटल में पुलिस के छापे के दौरान होटल का मालिक अवैध शराब बेचते हुए मिला, जिसके बाद नित्यकिशोर ने मालिक को बचाने के चक्कर में शराब बेचने का आरोप अपने ऊपर ले लिया.
शराब बेचने का आरोप में गया जेल
पुलिस नित्यकिशोर को पकड़ कर ले गई और मामले में नित्यकिशोर जेल चला जाता हैं. नित्यकिशोर के जेल जाने के बाद पुलिस जांच पड़ताल शुरू की तो वह धौलपुर जिले का रहने वाला निकला. इसके बाद दौसा पुलिस ने धौलपुर पुलिस से संपर्क किया. पुलिस द्वारा 24 साल पहले घर से लापता हुए बेटे की जानकारी मिलते ही परिजनों की आंखे भर आई.
बेटा नित्यकिशोर की जानकारी मिलने के बाद उसके मामा रमाशंकर और पिता कीर्तिराम बघेल नित्यकिशोर को लेने दौसा जाते हैं. जहां शराब के आरोप में जेल बंद नित्यकिशोर की दौसा के बांदीकुई से जमानत कराने के बाद उसे लेकर धौलपुर आ जाते हैं. पिता कीर्तिराम और मामा रमाशंकर नित्यकिशोर को लेकर उसकी ननिहाल जिले के लुहारी गांव में लेकर पहुंचते हैं तो गांव में नित्यकिशोर अपने बचपन के दोस्तों से मुलाक़ात करता है.
नित्यकिशोर के पिता कीर्तिराम सरकारी कर्मचारी थे और साल 2019 में सेवानिवृति होने के बाद उन्होंने अपनी एक बेटी और दो बेटों की शादी कर दी थी और इसके बाद वह उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के इरादत नगर में रह रहे हैं. अब सबसे बड़े पुत्र नित्यकिशोर के मिल जाने के बाद वह उसकी शादी कराना चाहते हैं.
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