मामूली विवाद पर परिवारों को टूटने से बचाना ही परिवार परामर्श केन्द्रों का मुख्य उद्देश्य: एसपी ग्वालियर
ग्वालियर 01.03.2024 । पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री राजेश सिंह चंदेल,भापुसे द्वारा आज दिनांक 01.03.2024 को पुलिस कन्ट्रोल रूम सभागार ग्वालियर में परिवार परामर्श केन्द्र के परामर्शदाताओं का सम्मान किया गया। इस अवसर पर एसपी ग्वालियर ने परामर्शदाताओं के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए पुलिस विभाग की कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत सामाजिक गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री निरंजन शर्मा, महिला थाना प्रभारी दीप्ती तोमर एवं परामर्शदाता उपस्थित रहें। पुलिस अधीक्षक ग्वालियर द्वारा परिवार परामर्श के परामर्शदाता श्री श्री महेन्द्र शुक्ला, श्री एम.एल. अरोरा, श्री अंशुमान शर्मा, श्रीमती सबा रहमान, श्री शकरा खान, श्रीमती अर्चना शर्मा, श्रीमती सरला दास, श्रीमती सुनीता शर्मा एवं श्रीमती रामबाई पाल का प्रशंसा पत्र देकर सम्मान किया गया।
इस अवसर पर एसपी ग्वालियर ने कहा कि परामर्श केंद्रों का मुख्य कार्य मामूली विवादों को लेकर टूटते परिवारों को फिर से जोड़ने का काम है। उन्हें इस बात की खुशी है कि परामर्शदाता अपनी सूझबूझ के साथ इस दायित्व को पूरी बखूबी से निभा रहे हैं और परामर्श केंद्रों के कारण टूटते परिवार फिर से बस गए हैं। एसपी ग्वालियर ने सम्मान समारोह में परामर्शदाताओं को सुझाव दिया कि वह छोटी-छोटी बातों पर विवाद कर थाने पहुंचने वाले दंपती की समस्या को धैर्यपूर्वक सुनें और समस्या का निदान कर पति-पत्नी के बीच सुलह कराकर टूटते रिश्ते को फिर से जोड़ने का कार्य करें। इससे अधिक पुनीत कार्य और कोई नहीं है। क्योंकि परिवार के टूटने से दो लोग ही नहीं पूरा परिवार प्रभावित होता है। एसपी ग्वालियर ने कहा कि पति-पत्नी का रिश्ता सबसे पवित्र रिश्ता है। इसमें गलतफहमी या मनमुटाव हुआ तो जिंदगी की गाड़ी के दो पहिए अलग हो जाते हैं और दोनों में से एक भी खुश नहीं रहता।
महिला थाना पड़ाव ग्वालियर के परामर्श केन्द्र में वर्ष 2023 में 1570 आवेदन पत्र प्राप्त हुये जिसमें से 721 समझौता हुये।, एफआईआर-341 हुई एवं अन्य प्रकरण न्यायालय कार्यवाही एवं परामर्श जारी है। माह जनवरी एवं फरवरी 2024 में 226 जिसमें 101 समझौता कराये गये एवं अन्य में परामर्श जारी है।
समझौता कराये गये दंपति:-
01-एचआईवी पॉजिटिव पति-पत्नी एवं 02 बच्चे
02-महिला डॉक्टर बीएचएम, पति असिस्टेंट प्रोफेसर
03-पति के साथ रहना नही था, पति से तलाक चाहती थी।
04-देवर के नाम मकान होने के कारण, घर से निकालने के धमकी देते थे, दहेज की मांग करते थे।
05-अन्य महिला से बातचीत एवं संबंध रखना, दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित करता।
इन पाँचों केसो में दोनों पक्षों को महिला थाना परामर्श केन्द्र में बुलाकर परामर्शदाताओं द्वारा सुनकर एवं समझाकर परिवार टूटने से बचाये गये, दोनो पक्ष साथ में अच्छे से रह रहे है।
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