एमपी में 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के नियमों में एक बड़ा बदलाव किया गया है. स्कूल शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षाओं में सप्लीमेंट्री परीक्षा का प्रावधान खत्म कर दिया है. अब सप्लीमेंट्री परीक्षाओं की जगह छात्रों को पर्याप्त नंबर नहीं आने पर परीक्षा देने का दूसरा मौका दिया जाएगा.
भोपाल। एमपी बोर्ड ने 10वीं-12वीं के छात्रों को राहत दी है. अब प्रदेश में कक्षा 10वीं और 12वीं की सप्लीमेंट्री परीक्षाएं नही होंगी. स्कूल शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षाओं में सप्लीमेंट्री का प्रावधान खत्म कर दिया है. पहले बोर्ड परीक्षाओं में किसी एक विषय मे फेल विद्यार्थी को सप्लीमेंट्री की परीक्षा देनी पड़ती थी, लेकिन अब विभाग ने इसमें बदलाव करते हुए छात्रों को परीक्षा देने का दूसरा मौका दिया है. इससे फायदा यह होगा कि छात्र की मार्कशीट पर सप्लीमेंट्री का स्टार नही होगा. बल्कि दूसरी परीक्षा में जो अंक हासिल होंगे. वही अंक मार्कशीट पर चढ़ाए जाएंगे.
खास बात यह है कि अगर छात्र चाहे तो वह पूरे विषय की परीक्षा दोबारा दे सकता है. आमतौर पर 10वीं-12वीं में किसी एक या दो विषय में फेल होने पर सप्लीमेंट्री दी जाती थी और 2 से ज्यादा विषय में फेल होने पर छात्र को साल रिपीट करना पड़ता था, लेकिन अब अगर छात्र एक या दो विषय में फेल होता है तो वह उन विषयों की परीक्षा दोबारा दे सकता है और अगर छात्र चाहे तो वह सभी विषय की परीक्षा दोबारा दे सकता है. मंडल ने इन परीक्षाओं में कुछ बदलाव किए हैं।
अगले सत्र से होगा लागू
विभाग की मानें तो अगले सत्र से यह स्कूलों में लागू कर दिया जाएगा. इसमें छात्रों को फायदा मिलेगा, पहले परीक्षा में फेल होने पर सप्लीमेंट्री की परीक्षा देनी होती थी, फिर सप्लीमेंट्री के लिए अलग से परीक्षाएं आयोजित की जाती थी और रिजल्ट आने पर मार्कशीट में सप्लीमेंट्री के विषय के सामने स्टार लगा होता था, लेकिन अब ऐसा नही होगा अब जिस विषय का दोबारा पेपर होगा उस विषय के नम्बर को ही मार्कशीट में चढ़ाया जाएगा.
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