
भिण्ड जिले की भिण्ड-कौंच रेलवे लाइन का सर्वे कार्य 2015 में ही पूर्ण हो गया था लेकिन पिछले 6 वर्षों में इस रेल लाइन के लिए केंद्र सरकार द्वारा कोई भी राशि आवंटित नहीं किया जाना स्थानीय सांसद सहित ग्वालियर-चम्बल के तमाम केंद्रीय नेताओं की असफलता है।
मैंने विधायक रहते हुए देश की तीनों सेनाओं के ट्रेनिंग सेंटर चम्बल के बीहड़ में बनाये जाने हेतु मध्यप्रदेश विधानसभा से शासकीय संकल्प पारित कराया था, ताकि नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके परंतु भाजपा सरकार एवं उसके नेताओं द्वारा कुटिलतापूर्ण कार्य करते एवं भिंड व चम्बल अंचल के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए सैनिक स्कूल को भी ग्वालियर के नजदीक पहुँचा दिया गया है।
चम्बल अंचल के प्रति इस प्रकार का दुर्व्यवहार व उपेक्षा किये जाने के लिए स्थानीय सांसद व सरकार की मैं निंदा करता हूँ। साथ ही जनता से अपील करता हूँ कि अगली बात मतदान के समय यह सभी बातें सोचकर मतदान करें और ऐसे लोगों को सबक सिखाने का कार्य करे।
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