स्टेट हैड एम.पी.अभिषेक शर्मा

खिलचीपुर। दीपावली के त्योहार सीजन में दूध और मिठाइयों की डिमांड बढ़ ने की संभावना है साथ ही मावा की डिमांड में भी तेज है हालांकि दूध सप्लाई और डिमांड में बढ़ा अंतर है उपलब्ध दूध से सप्लाई पूरी न होने और मोटा मुनाफा कमाने के चक्कर में मिलावट खोर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने की संभावना है खिलचीपुर की मिठाईया प्रसिद्ध है वही जिले के ज्यादातर लोग नगर खिलचीपुर से अधिक मात्रा में मिठाई खरीद कर ले जाते हैं ।वही देखा जाए तो इस समय दीपावली का त्यौहार इस साल जमकर खरीदारी पर मिठाइयां हो सकती है नगर के हलवाई व दुकानदारों मानें तो प्रतिदिन करीब 40 कुंटल लीटर दूध की आवक होती है. इसमें से करीब 55 प्रतिशत दूध घरों में काम आता है. 1 लाख लीटर से ज्यादा दूध की मिठाइयां बनती हैं. नगर में 60 प्रतिशत मिठाइयों में दुकानदार द्वारा बनाई जाती हे। वह जबकि 10 प्रतिशत में अन्य सभी मिठाइयां बाहर से पैकिंग में आती हैं। दीपावली के त्योहारी सीजन में 5 लाख लीटर दूध की डिमांड रहती है. इस डिमांड को पूरा करने के लिए मिलावट खोर जमकर मिलावट करते हैं.अभी ग्रामीण क्षेत्रों से ज्यादा मात्रा में दूध नही आ रहा है जिसके लिए मुनाफा कमाने के लिए मिलावट खोरों द्वारा मिलावटी करने की संभावना बनी हुई है।
इनका कहना है।
हमने 2 दिन पहले खिलचीपुर की दो दुकानों बीकानेर स्वीट भंडार रतलामी सेव भंडार से जांच के लिए मावा के सैंपल लिए थे वह सैंपल हमने इंदौर लैब में जांच के लिए भिजवा दिया गया है जांच करीब 15 दिनों में आएंगी अगर मावा, मिठाई में मिलावट पाई जाती है जुडिशियल कोर्ड में मामला दर्ज करवाया जाएगा
शिवराज पावक
खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजगढ़
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