





महेंद्र चौहान रिपोर्टर
मिली जानकारी अनुसार स्कूल एवम शिक्षा विभाग द्वारा प्राइवेट स्कूलों को संचालित करने के लिए बनाई जाने वाली सारी की सारी गाइड लाइनो को ताक में रखते हुए पारा राणापुर मेन रोड से लगा हुआ हे गुरुकुल पब्लिक स्कूल जिसमे न तो बच्चो को पार्थना करवाने की व्यवस्था है, न ही बच्चो के मनोरंजन के लिए कोई खेल मैदान है, न हीं बच्चो को सही तरीके से शिक्षा दी जा रही है, और तो और स्कूल संचालक का रोब इतना की मैने मेरे वकील से बात कर ली है वा भाई वा गज़ब की बात कही आपने,लेकिन संचालक जी आपके रुतबे के चक्कर में नन्हे बच्चों का भविष्य क्यो बिगाड़ रहे हो। गुरुकुल पब्लिक स्कूल का संचालन कर रहे स्कूल संचालक राजेश बलसोरा ने कोरोना काल के समय की स्कूल फीस के लिए कई बच्चो के पालको को दाखिला देने से साफ मना कर दिया।पारा नगर में गुरुकुल पब्लिक स्कूल के संचालक राजेश बलसोरा ने कन्हैया लाल प्रजापत के बच्चो के साथ ही अन्य पालको को भी दाखिला देने से उस वक्त मना कर दिया जब कन्हैया लाल प्रजापत व अन्य पालकों ने अपने बच्चो को किसी अन्य स्कूल में भर्ती करवाने की बात कही।और सभी को वह समय याद होगा जब कोरोना काल जेसी भयंकर आपदा से पूरा देश जूझ रहा था। उस समय लाशों को देख लोगो ने जीने की चाह ही छोड़ दी थी। तब देश में कई दान दाताओं ने दिल खोलकर लोगो को बचाने के लिए तन मन धन से सहयोग की भावना रखते हुए। हर संभव सहयोग के लिए आगे आए ठीक उसी समय शासन के आदेश अनुसार बच्चो के स्कूल भी बंद करा दिए गए थे। किंतु गुरुकुल पब्लिक स्कूल के संचालक राजेश बलसोरा को उस समय को याद न रखते हुए केवल पेसो की पड़ी है।उन्हें मानवता और उस भयंकर भयावह समय से कोई लेना देना नहीं है। और उन्हें उस समय की बच्चो की स्कूल फीस चाहिए।जबकि बच्चे स्कूल में पढ़ने ही नहीं गए। जो फीस देने से कन्हैया लाल प्रजापत ने मना कर दिया। तो गुरुकुल पब्लिक स्कूल के संचालक राजेश बलसोरा ने बच्चो को स्कूल से निकाल दिया और बच्चो को किसी अन्य स्कूल में न पढ़ने देने के लिए बच्चों का दाखिला नहीं दिया गया। अपने बच्चो का भविष्य खराब होता देख कन्हैया लाल प्रजापत ने जनसुनवाई में झाबुआ कलेक्टर तन्वी हुड्डा को आवेदन देकर यह निवेदन किया कि मेरे साथ न्याय करने की कृपा करे और मेरे बच्चों का भविष्य खराब होने से बचाए, मेरे बच्चों की आगे की पढ़ाई किसी अन्य स्कूल में जारी रखने के लिए गुरुकुल पब्लिक स्कूल के संचालक राजेश बलसोरा सर से मेरे बच्चों के दाखिला दिलाने की कृपा करे। जिसके लिए झाबुआ कलेक्टर तन्वी हुड्डा ने तुरंत दो सदस्यीय जांच टीम पारा भेजी, जिसमे जांच अधिकारी के रूप में DPC सर और जिला शिक्षा अधिकारी गुरुकुल पब्लिक स्कूल पारा आए। जहां पर अधिकारियों द्वारा स्कूल संचालक राजेश बलसोरा से स्कूल के रिकॉर्ड के बारे में बात करने पर स्कूल संचालक राजेश बलसोरा द्वारा रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराया गया और बाद में बताने की बात कही गई। जिसके बाद अधिकारियों ने स्कूल संचालक से बात कर बच्चो के दाखिले दिलाए गए। रिकॉर्ड उपलब्ध होने पर अगली कार्यवाही की जाने की बात कही गई। जिसके लिए वापस झाबुआ जाकर कलेक्टर महोदय को उक्त जानकारी देकर एक जांच टीम के गठन के लिए निवेदन करने की बात कही गई है जिससे कि बारीकी से जांच हो सके यह सारी जानकारी जनसुनवाई से आए अधिकारियों द्वारा दी गई।
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