राहुल राठौड़ की रिपोर्ट
कांग्रेस – भाजपा दोनों कर रहे सत्ता में आने का दावा 8 दिन बाद होंगा फैसला




क्या विधायक ग्रेवाल लगा पाएंगे हैट्रिक या फिर भूरिया बने फिर विधायक
3 दिसंबर तक दौड़ते रहेंगे आंकड़ों के दम पर जीत हार के कागज़ी घोड़े
भाजपा को सनातन, लाड़ली और मोदी का सहारा ,तो कांग्रेस को जनता पर भरोसा
सरदारपुर- होइहि सोइ जो राम रचित राखा। यानी होगा वहीं जो भगवान रामजी ने पहले से रच रखा है। रामायण की ये चौपाई इन दिनों प्रदेश में चरितार्थ हो रही है।कारण है परिणाम जो इस बार लंबे समय खिंच गए हैं वोट डालने और परिणाम पाने में प्रदेशवासियों के बीच 16 दिन का लम्बा फासला खींच दिया गया।इस बीच दोनों प्रमुख दल ही नहीं, आमजन भी असंमजस में है कि सत्ता में कौन आ रहा है। क्या कांग्रेस विश्वासघात का बदला ले पाएगी या भाजपा की सत्ता बनीं रहेंगी।66 साल के प्रदेश के इतिहास में इस बार सबसे ज्यादा मतदान इन दोनो दलों को भी डरा रहा है। कोई भी डंके की चोट अस्वस्थ नहीं है। बीजेपी मोदी सनातन और लाडली बहन योजना के बल पर सत्ता में लौटने का दावा कर रही है कांग्रेस नेता फिर दौड़ा रहे हैं जो 6 महीने से बोल रहे थे कि हमारा चुनाव जनता ने लड़ा है। यानी एक तरफ मोदी ही जीत का आधार तो दूजी तरह जनता ही सहारा बनी है।
अब ये फैसला 8 दिन बाद हो जाएगा कि प्रदेश में नाथ ‘कमल’ होंगे या फिर ‘कमल’ का ही राज कायम रहेगा
सरदारपुर-विधानसभा चुनाव 2018 के चुनाव से 2023 के चुनाव में ,1% कम मतदान कर सकता है उलट फेर महिला मतदाता व आदिवासी मतदाता बनेंगे भाग्य विधाता या। फिर लाड़ली बहना बन सकती है जीत की सुत्रधार कांग्रेस को पहली बार बूथ मैनेजमेंट पर भरोसा प्रदेश की जनता ही हमारा सहारा। विधानसभा चुनाव 2023 में भी विधायक ग्रेवाल अपनी लीड 36 हजार वोटों की कायम रख पाएंगी या भाजपा के वेलसिंह भूरिया इस फिर एक बार इतिहास दोहराएंगे और कांग्रेस की इस बढ़त घंटा कर अपनी जीत सुनिश्चित कर पाएंगे। कांग्रेस भाजपा के स्थानीय नेता अपने अपने नेता के जीत के दावे कर रहे हैं कोई 20 हजार से तो कोई 25 हजार से जीत अपने अपने प्रत्याशी की जीत बता रहे हैं।
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