Chief Editor

Dharmendra Singh

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June 2025
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June 17, 2025

सच दिखाने की हिम्मत

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स्वामी श्री रंगनाथाचार्य जी महाराज संरक्षक, विश्वगीताप्रतिष्ठानम्,
पंडित विष्णु प्रसाद राजौरिया ज्योतिष प्रमुख विश्वगीताप्रतिष्ठानम् तथा मध्य प्रदेश असलम ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एवं डॉ विष्णु नारायण तिवारी केन्द्रीय महामन्त्री विश्वगीताप्रतिष्ठानम् ने प्रेसवार्ता में बताया कि
मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग और विश्वगीताप्रतिष्ठानम्, उज्जयिनी के द्वारा अखिल भारतीय त्रिदिवसीय गीता जयन्ती महोत्सव का आयोजन मध्य प्रदेश के एसएससी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी की इच्छा अनुसार अवन्तिका
पीठाधीश्वर स्वामी श्री रंगनाथाचार्य जी महाराज संरक्षक, विश्वगीताप्रतिष्ठानम्, तथा
युवराज स्वामी माधव प्रपन्नाचार्य जी के अनुमोदन से तिथि – मार्गशीर्ष शुक्ल 10, 11, 12 विक्रमाब्द 2081, कलियुगाब्द 5126
दिनांक – 10, 11, 12 दिसम्बर 2024 को कालिदास संस्कृत अकादमी, उज्जैन में किया जा रहा है। जिसमें प्रथम दिवस 10 दिसंबर को विद्यालय, महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय स्तर की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। जिसमें मुख्य अतिथि पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विजय सीजी मैनन होंगे प्रतियोगिताओं के समापन अवसर पर महर्षि पाणिनि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ मोहन गुप्त रहेंगे। इन प्रतियोगिताओं में देश के विभिन्न भागों से प्रतिभागी भाग लेंगे। विस्तृत कार्यक्रम विवरण इस प्रकार है –
10 दिसम्बर – प्रात: 9 बजे से  गीता स्पर्धाएं होंगी जिनमें मंच संचालन – ब्रह्मदेवार्य शास्त्री, ग्वालियर करेंगे।
उद्घाटन समारोह में अतिथि के रूप में
1. अवन्तिका पीठाधीश्वर स्वामी श्री रंगनाथाचार्य जी महाराज, संस्थापक अध्यक्ष एवं वर्तमान संरक्षक
2. युवराज स्वामीजी डॉ. माधव प्रपन्नाचार्य जी महाराज, रामानुज कोट, उज्जयिनी
3. प्रो. विजय कुमार सी जी  मेनन, कुलपति, महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन
4. डॉ. गोविन्द गन्धे, निदेशक, कालिदास संस्कृत अकादमी उज्जैन
5. डॉ. जवाहरलाल द्विवेदी, अध्यक्ष, विश्वगीताप्रतिष्ठानम्
6. डॉ. विष्णु नारायण तिवारी, महामन्त्री, विश्वगीताप्रतिष्ठानम्
7. प्रो. राम राजेश मिश्र, पूर्व कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन तथा
अन्तिम सत्र के अतिथि
1. डॉ. मोहन गुप्त, (IAS) पूर्व आयुक्त, एवं पूर्व कुलपति, महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन
2. पं. रमेश कोठारी, सह सचिव रहेंगे।
विशेष आयोजन 11 दिसम्बर को प्रातः 10 बजे से होगा। जिसमें उज्जैन नगर के विभिन्न सीबीएसई मध्य प्रदेश बोर्ड महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान तथा महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान से संबंधित विद्यालय, गुरुकुल तथा महाविद्यालयीन शिक्षा के विद्यार्थी, विद्वान तथा नगर के गणमान्य नागरिक 5108 से अधिक लोगों के द्वारा
सामूहिक रूप से श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय 11,12,15 का पाठ किया जाएगा।
जिसमें अतिथि के रूप में
1. अवन्तिका पीठाधीश्वर स्वामी श्री रंगनाथाचार्य जी महाराज, संस्थापक अध्यक्ष एवं वर्तमान संरक्षक2.  युवराज स्वामीजी डॉ. माधव प्रपन्नाचार्य जी
3. डॉ. मोहन यादव, माननीय मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश शासन
4. डॉ. जवाहरलाल द्विवेदी, अध्यक्ष विश्वगीताप्रतिष्ठानम्
5. डॉ. विष्णु नारायण तिवारी, महामन्त्री, विश्वगीताप्रतिष्ठानम्
6. डॉ. विजय परमार, गीता मनीषी, लीड्स, इंग्लैण्ड से होंगे।
दोपहर बाद 3:00 बजे से गीता नृत्य नाटिका का आयोजन किया जाएगा जिसमें सागर जिले से डॉ. उमेश वैद्य जी के निर्देशन एवं मुख्य अभिनय में दिव्यांग कलाकारों के द्वारा गीता के दृश्यों का मंचन किया जाएगा।
कार्यक्रम में सायं काल देश के विभिन्न भागों से पधारे हुए विद्वानों के प्रेरक उद्बोधन होंगे।
उद्बोधनों में गीता प्रवचन, स्वाध्याय सम्मेलन, सांस्कृतिक संध्या एवं संगठनात्मक चिन्तन भी संगठन के पदाधिकारियों द्वारा किया जाएगा। जिनमें मोहन लाल नागर जी हरिनारायण शर्मा जी ओमप्रकाश शर्मा जी प्रह्लाद गुप्ता जी विष्णु प्रसाद शर्मा मदनलाल दुबे जी ओम नम्र जी आशा शर्मा राजलक्ष्मी डॉ. सुषमा पोरवाल जी रहेंगे।
12 दिसम्बर को प्रातः 8 बजे से
सम्पूर्ण गीता पाठ, यज्ञ एवं समापन समारोह में मंच संचालन – ओमप्रकाश शर्मा जी करेंगे।
जिसमें अतिथि –
1. अवन्तिका पीठाधीश्वर स्वामी श्री रंगनाथाचार्य जी महाराज, संस्थापक अध्यक्ष एवं वर्तमान संरक्षक विश्वगीताप्रतिष्ठानम्
2. डॉ. जे एल त्रिपाठी, उपाध्यक्ष, विश्वगीताप्रतिष्ठानम्
3. प्रो. बालकृष्ण शर्मा जी पूर्व कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन
4. प्रो. अर्पण भारद्वाज जी, कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन
5. श्री ओम नम्र जी, संयोजक, मालवा प्रान्त
कार्यक्रम में आमन्त्रित सन्त एवं विद्वान् इस प्रकार हैं –
1. अनन्त श्री विभूषित अवन्तिकापीठाधीश्वर परम पूज्य स्वामी श्री रंगनाथाचार्य जी महाराज, रामानुज कोट, उज्जयिनी, संस्थापक अध्यक्ष एवं वर्तमान संरक्षक – विश्वगीताप्रतिष्ठानम्
2. महामंडलेश्वर श्री अभिराम दास त्यागी महाराज महामंडलेश्वर, उज्जैन
3. श्री अतुलेशानंद जी महाराज (आचार्य शेखर) महामंडलेश्वर, आवाहन अखाड़ा, उज्जैन
4. स्वामी सुमनानन्द जी महाराज मौनी तीर्थ गंगा घाट, उज्जैन
5. स्वामी श्री शांति स्वरूपानंद जी महाराज, महामंडलेश्वर, चार धाम मन्दिर, उज्जैन
6. युवराज स्वामीजी डॉ. माधव प्रपन्नाचार्य जी महाराज, रामानुज कोट, उज्जयिनी
7. परम पूज्य स्वामी श्री विनीत गिरि जी महाराज महंत पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा उज्जैन
8. श्री मुनि शरण दास त्यागी महाराज रामानंद आश्रम उज्जैन
9. पीर श्री रामनाथ योगी महाराज गादीपति भर्तृहरि गुफा एवं बगलामुखी धाम उज्जैन
10. श्री मनीष दास जी महाराज उज्जैन
11. श्री गजानन जी महाराज दंडी सेवा आश्रम उज्जैन
12. डॉ. विजय परमार, गीता मनीषी, लीड्स, इंग्लैण्ड
13. प्रो. विरुपाक्ष वी. जड्डीपाल, सचिव महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान, उज्जैन
14. डॉ. देवकरण शर्मा गुरुकुल चिंतामन, उज्जैन
15. डॉ. जे. एल. त्रिपाठी ‘प्रेमानन्द’, केन्द्रीय उपाध्यक्ष, गीता प्रवाचक, रीवा होंगे।
जिलाधीश कार्यालय, जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय के मुख्य
सहयोग के साथ
1.महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन
2. कालिदास संस्कृत अकादमी उज्जैन
3. श्री महाकाल मन्दिर समिति उज्जैन
4. झालरिया मठ संचालन समिति
5. रोटरी क्लब उज्जैन
6. प्रशान्ति कॉलेज का ग्रुप्स
7. विक्रम विश्वविद्यालय उज्जयिनी
8. जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय उज्जैन
9. जिलाधीश कार्यालय उज्जैन
10. श्रीरामानुज कोट उज्जैन
11. आदित्य वाहिनी एवं धर्म अध्यात्म संसार, राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र
12. परशुराम ब्राह्मण कल्याण बोर्ड, भोपाल का भी विशेष सहयोग है।
      महाभारत युद्ध के पूर्व कुरुक्षेत्र में 5171 वर्ष पूर्व शोक और मोह से ग्रस्त अर्जुन को भगवान श्रीकृष्ण ने श्रीमद्भगवद्गीता का उपदेश दिया था। विश्व में सर्वमान्य और सबको अपने जीवन की दिशा दिखाने वाले, सभी प्राणियों में समभाव रखने वाले, अनासक्त भाव से निष्काम रहकर अपने कर्त्तव्यों की पूर्ति कराने वाले इस गीता ग्रन्थ को विश्व में सबसे अधिक ख्याति मिली है। इसीलिए बड़े बड़े ग्रन्थों की अपेक्षा केवल गीता की ही जयन्ती मनाई जाती है। इस वर्ष त्रिदिवसीय अखिल भारतीय गीता जयन्ती महोत्सव में प्रथम दिवस विद्यालयीन, महाविद्यालयीन तथा विश्वविद्यालयीन छात्र प्रतियोगिताओं का आयोजन तथा तृतीय दिवस गीता पाठ के साथ यज्ञ, पुरस्कार वितरण, सम्मान तथा समापन समारोह किया जाएगा। द्वितीय दिवस मार्गशीर्ष शुक्ल, मोक्षदा एकादशी, दिनांक – 11 दिसंबर 2024 को 5172 वीं गीता जयन्ती के उपलक्ष्य में 5108 लोगों द्वारा ऐतिहासिक सामूहिक गीता पाठ किया जाएगा।  इस अभूतपूर्व, विहंगम और विराट अवसर पर सभी नागरिकों से उपस्थित होने का आग्रह है।
इसी प्रकार का एक आयोजन लाल परेड मैदान भोपाल में भी किया जा रहा है। साथ ही मध्यप्रदेश के प्रत्येक जिले में मध्यप्रदेश शासन और विश्वगीताप्रतिष्ठानम् के संयुक्त तत्वावधान में गीता जयंती का आयोजन भव्य रूप में किया जाना है जिसमें शान द्वारा श्री कृष्ण चरित्र की प्रदर्शनी का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
संपादक महोदय इस वार्ता को अपने समाचार पत्र में प्रकाशित प्रसारित कर अनुगृहीत करें।
धन्यवाद ।
डॉ विष्णु नारायण तिवारी
केन्द्रीय महामन्त्री विश्वगीताप्रतिष्ठानम्
दूरभाष – 9425754257